मटमैली चादर सी..., चहुँओर ही छाई है, "गोधुलि-बेला" हो आई है! मटमैली चादर सी..., चहुँओर ही छाई है, "गोधुलि-बेला" हो आई है!
दिन भर के उमस के बाद, जैसे आता है कोई आवारा बादल दिन भर के उमस के बाद, जैसे आता है कोई आवारा बादल
पावन अवसर की बेला में सबको स्नेह हजार मिले। पावन अवसर की बेला में सबको स्नेह हजार मिले।
देख इस मधुर मिलन को चांदनी भी शरमाई देख इस मधुर मिलन को चांदनी भी शरमाई
बिस्तर से उठकर तुम जल्दी नूतन ऊर्जा करो प्राप्त। बिस्तर से उठकर तुम जल्दी नूतन ऊर्जा करो प्राप्त।
अपने ही निर्धारित ब्लैक होल में। प्रेम जस का तस निरपेक्ष खड़ा जोहता है बाट। अपने ही निर्धारित ब्लैक होल में। प्रेम जस का तस निरपेक्ष खड़ा जोह...